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तुर्की भूकंप के बाद दुनिया में बढ़ी भारतीय अंडों की मांग, पोल्ट्री प्रोडक्ट के निर्यात में 91 फीसद का उछाल

तुर्की भूकंप के बाद दुनिया में बढ़ी भारतीय अंडों की मांग, पोल्ट्री प्रोडक्ट के निर्यात में 91 फीसद का उछाल

तुर्की भूकंप के बाद पश्चिम एशिया के कई देशों में अंडे की सप्लाई चेन बाधित हो गई है. ऐसे में पश्चिम एशिया के कई देश भारतीय अंडे की मांग बढ़ा रहे हैं. भारत में भी नमक्कल का अंडा अभी सबसे अधिक मांग में है जहां से बड़े-बड़े ऑर्डर की सप्लाई की जा रही है. कतर, मलेशिया, दुबई और श्रीलंका में अंडों की मांग बढ़ी है.

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पश्चिम एशिया के कई देशों में भारतीय अंडों की मांग बढ़ी (फोटो साभार-unsplash) पश्चिम एशिया के कई देशों में भारतीय अंडों की मांग बढ़ी (फोटो साभार-unsplash)

तुर्की में भूकंप आने के बाद भारत के अंडों की मांग बढ़ गई है. इससे भारतीय निर्यातकों के बिजनेस में बड़ा उछाल दर्ज किया जा रहा है. इन निर्यातकों को पश्चिमी एशिया के देशों से अंडे की लगातार ऑर्डर मिल रहे हैं. महीने-दो महीने पहले ऐसी स्थिति नहीं थी. जब से तुर्की में जानलेवा भूकंप आया है, तब से उस पूरे क्षेत्र में अंडों की सप्लाई चेन तबाह हो गई है. लिहाजा तुर्की और आसपास के देशों में भारत के अंडों की मांग तेजी से बढ़ी है. निर्यातकों का कहना है कि भारत के मुख्य अंडा उत्पादक राज्यों को ऑर्डर अधिक मिल रहे हैं. इसमें सबसे प्रमुख तमिलनाडु का नमक्कल है. पहले की तुलना में नमक्कल को 10 फीसद अधिक ऑर्डर मिल रहे हैं.

एक रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा वित्त वर्ष में अप्रैल-जनवरी के दरमियान भारत से अंडे और उसके बने प्रोडक्ट में तकरीबन दुगना की तेजी आई है. इसमें सबसे बड़ी मांग कतर से देखी गई जहां अभी हाल में फुटबॉल विश्व कप (फीफा वर्ल्ड कप) आयोजित हुआ था. इसमें एक देश मलेशिया भी है जिसने अभी हाल में भारत से अंडों का आयात शुरू किया है. मलेशिया का बाजार पहले भारतीय अंडे के लिए नहीं खुला था. मगर हाल में मलेशिया ने इसकी छूट दे दी है.

ऑल इंडिया पोल्ट्री एक्सपोर्ट एसोसिएशन के सेक्रेटरी वलसान परमेश्वरन 'बिजनेसलाइन' से कहा, फरवरी अंत से हमें अंडों की लगातार क्वेरी मिल रहे हैं और इसमें धीरे-धीरे बड़ी तेजी देखी जा रही है. परमेश्वरन कहते हैं, तुर्की में अभी जो हालात हैं, उसे देखते हुए निर्यात में 10 फीसद तक की तेजी आने की संभावना है. उन्होंने अनुमान जताया कि पिछले साल 100 करोड़ अंडों की खेप भेजी गई. फीफा विश्व कप के दौरान कतर को भारत से लगभग 1.5 करोड़ अंडे भेजे गए. अभी हाल में मलेशिया को भी 50 लाख अंडे भेजे गए हैं.

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श्रीलंका और दुबई भारत के अंडे मंगाते हैं, लेकिन बहुत ही सधे हुए हिसाब से. अब इन दोनों देशों में भी भारतीय अंडे की मांग बढ़ गई है. इन सभी देशों में 95-98 परसेंट का निर्यात अकेले नमक्कल से किया जा रहा है. नमक्कल तमिलनाडु का सबसे प्रमुख अंडा उत्पादक क्षेत्र है. नमक्कल की प्रमुखता इस बात से जानी जा सकती है कि यहां हर दिन 5-6 करोड़ अंडों का उत्पादन होता है. नमक्कल के अंडे केरल और देश के उत्तरी हिस्सों में सप्लाई किए जाते हैं.

अगर देशवार सप्लाई देखें तो ओमान भारत के अंडों का सबसे बड़ा खरीदार है. उसके बाद मालदीव्स, संयुक्त अरब आमिरात और कतर का नाम आता है. रूस ऐसा देश है जो भारत से सबसे अधिक एग पाउडर खरीदता है. एग पाउडर खरीदने वाले देशों में दूसरे स्थान पर इंडोनेशिया और तीसरे पर जापान है. 

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एक्सपर्ट बताते हैं कि रूस-यूक्रेन युद्ध और तुर्की भूकंप के बाद कई देशों से अंडों के ऑर्डर भारत को मिल रहे हैं. पिछले साल की तुलना में इस वर्ष चौगुना तक ऑर्डर में वृद्धि देखी जा रही है. एक्सपर्ट बताते हैं कि यह मांग तब तक बनी रहेगी जब तक प्रभावित देशों में स्थिति सामान्य न हो जाए. एपीडा की एक रिपोर्ट बताती है कि अप्रैल-जनवरी 2022-23 में पोल्ट्री प्रोडक्ट के एक्सपोर्ट में 91 परसेंट की तेजी आई है और यह 107 मिलियन डॉलर पर पहुंच गई है जबकि एक साल पहले 56 मिलिनय डॉलर का निर्यात हुआ था.