Bull Semen: सीमन बेचकर कमाना चाहते हैं मोटा मुनाफा तो ऐसे आएगी क्वालिटी, पढ़ें डिटेल 

Bull Semen: सीमन बेचकर कमाना चाहते हैं मोटा मुनाफा तो ऐसे आएगी क्वालिटी, पढ़ें डिटेल 

Sale Bull Semen कृत्रिम गर्भाधान (AI) के चलते सीमन का बाजार लगातार बड़ा हो रहा है. गाय-भैंस हो या भेड़-बकरी सभी के सीमने की डिमांड बढ़ रही है. सीमन पर अच्छे दाम पर बिक रहा है. अगर आप क्वालिटी वाला सीमन बेच रहे हैं तो फिर और ज्यादा मुनाफा होता है. बाजार में भी अच्छी क्वालिटी वाले सीमन की डिमांड ही ज्यादा हो रही है. 

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Bull Semen: सीमन बेचकर कमाना चाहते हैं मोटा मुनाफा तो ऐसे आएगी क्वालिटी, पढ़ें डिटेल frozen semen case

Sale Bull Semen कृत्रिम गर्भाधान (AI) को लेकर पशुपालक तेजी से जागरुक हो रहे हैं. यही वजह है कि अब जब भी गाय या भैंस हीट में आती है तो पशुपालक कृत्रिम गर्भाधान कराते हैं. और इसके लिए जरूरत होती है सीमन की. गाय-भैंस हेल्दी बच्चा दे, ज्यादा दूध देने वाला हो और उसकी तेजी से ग्रोथ हो. इसके लिए पशुपालक बाजार में अच्छी क्वालिटी के सीमन की तलाश करते हैं. फिर चाहें अच्छे सीमन के लिए 100-200 रुपये ज्यादा ही क्यों न चले जाएं. अगर आपके पास बुल है और आप उस बुल का सीमन बाजार में बेचते हैं तो आप सीमन से ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं. 

लेकिन इसके लिए जरूरी है कि सीमन क्वालिटी वाला हो. एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो क्वालिटी वाला सीमन तैयार करना कोई मुश्किल काम नहीं है. जरूरत बस इस बात की है कि आप अपने बुल को खुराक कैसे दे रहे हैं और उसकी देखभाल कैसे कर रहे हैं. अच्छी खुराक और नियमानुसार देखभाल होने से बुल तनाव मुक्त रहता है. जिससे वो क्वालिटी के सीमन का उत्पादन करता है. 

बुल से ऐसे मिलेगा क्वालिटी वाला सीमन (वीर्य) 

  • बाड़े में सांड को सर्दी-गर्मी से बचाएं. 
  • प्राकृतिक गर्भाधान का स्थान बाड़े से दूर होना चाहिए.
  • सांड का बाड़ा आरामदायक और बड़ा हो जहां वो खुला भी घूम सके.
  • सांड का बाड़ा ऐसी जगह हो जहां से वो दूसरे पशुओ को भी देख सके.
  • सांड की उम्र कम से कम ढाई साल, वजन 350 किलोग्राम होना चाहिए.
  • कम उम्र के सांड को हफ्ते में दो या तीन बार ही ब्रीडिंग के लिए इस्तेमाल करें.
  • एक से दूसरी भैंस को गाभिन कराने के लिए सांड को कम से कम एक दिन का आराम दें.
  • भैंस को गाभि‍न कराते वक्त सांड के साथ सख्त व्यवहार ना करें. 
  • सांड को प्रतिदिन कम से कम एक घंटा कसरत करानी चाहिए. 
  • सांड की हर रोज मालिश करने के बाद उसे नहलाना चाहिए. 
  • हर छह महीने के बाद सांड के खून की जांच करानी चाहिए. 
  • सांड में ब्रुसेलोसिस समेत दूसरे यौन रोगों की जांच कराते रहें. 
  • चार्ट के मुताबिक सांड का टीकाकरण कराते रहना चाहिए. 
  • एक्सपर्ट द्वारा बताई गई डाइट ही सांड को देनी चाहिए.

बुल में ये तीन क्वालिटी जरूर होनी चाहिएं

केन्द्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान (CIRB), हिसार, हरियाणा के रिटायर्ड साइंटिस्ट डॉ. सज्जन सिंह का कहना है कि देश में गाय-भैंस को लेकर नस्ल सुधार कार्यक्रम चल रहा है. इसलिए ये जरूरी है कि जब गाय-भैंस को गाभि‍न कराया जाए तो अच्छी क्वालिटी वाले बुल का ही इस्तेमाल किया जाए. अगर आसपास बुल नहीं है तो उसके सीमन की स्ट्रॉ लाकर एआई की मदद से भी गाय-भैंस को गाभि‍न कराया जा सकता है. एक बुल में तीन खास बातें जरूर होनी चाहिए. एक तो ये कि उसकी बेटियां ज्यादा दूध देने वाली हों. हर साल वक्त से गाभि‍न होकर बच्चा दे रही हों. तीसरा ये कि उन्हें कोई अनुवांशि‍क बीमारियां ना हों. 

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