बदलते मौसम और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों के बीच भारतीय कृषि वैज्ञानिक लगातार नए समाधान खोजने में जुटे हैं. उनका लक्ष्य ऐसी फसलें विकसित करना है जो न सिर्फ विपरीत परिस्थितियों जैसे कि ज्यादा गर्मी और कम पानी में उग सकें, बल्कि किसानों को बेहतर पैदावार और ज्यादा पोषक तत्व भी प्रदान करें. इसी प्रयास में, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान यानी IARI के वैज्ञानिकों ने गेहूं की कई नई किस्में विकसित की हैं, जो रोग प्रतिरोधी, ज्यादा उपज देने वाली और जल्दी पकने वाली हैं. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा के प्रधान वैज्ञानिक डॉ राजबीर यादव ने गेहूं की तीन प्रमुख किस्मों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.