भारत में एक बार फिर मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. देश के कई राज्यों में जहां मॉनसून एक्टिव हो गया है. इसके चलते उत्तराखंड और हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-NCR में बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, लद्दाख, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट में इस बार अच्छी बारिश होगी. मॉनसून के एक्टिव होने से खेती से जुड़ी गतिविधियां भी बढ़ गई हैं. मौसम के अलावा आप यहां किसानों को मिलने वाली सरकारी स्कीम के फायदे और अन्य किसानों से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "असम में, हमने तीन साल पहले फैसला किया था कि हम दैनिक प्रसंस्करण के लिए 10 लाख लीटर दूध का उत्पादन करेंगे. आज हम यहां भूमि पूजन के लिए आए हैं, जिसके तहत एनडीडीबी (राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड) इस संयंत्र की दूध प्रसंस्करण क्षमता को 3 लाख लीटर तक बढ़ाएगा. इसके अतिरिक्त, असम सरकार और एनडीडीबी संयुक्त रूप से सिलचर, डिब्रूगढ़, जोरहाट और अन्य स्थानों में अधिक प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि अगले 3-4 सालों में असम में 10 लाख लीटर की दैनिक दूध प्रसंस्करण क्षमता होगी."
मुंबई में अगले दो दिनों में और बारिश होने की आशंका है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले 48 घंटों में बारिश में तेजी आने की संभावना है. मौसम विभाग ने आगे कहा कि शहरवासियों को तेज हवाएं और गरज के साथ छींटे भी देखने को मिल सकते हैं. शहर में हो रही भारी बारिश के कारण कई प्रमुख मार्गों पर पानी भर गया है जिससे मुंबई के प्रमुख मार्गों पर भारी ट्रैफिक जाम लग गया है. इस हफ्ते की शुरुआत में भारी बारिश के कारण अंधेरी सबवे भी पानी में डूब गया था इसलिए लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इसे अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया था.
केरल के कई हिस्सों में लगातार बारिश के कारण रविवार को नदियों और बांधों का जलस्तर बढ़ गया और निचले इलाकों में जलभराव हो गया. इसके मद्देनजर मौसम विभाग ने राज्य के नौ जिलों के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है. मौसम विभाग (आईएमडी) ने एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिले के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है. केरल के शेष पांच जिलों के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है. आईएमडी ने राज्य के सभी जिलों में एक या दो स्थानों पर मध्यम वर्षा और 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई है. पलक्कड़ में कई बांधों में जलस्तर बढ़ने पर अतिरिक्त पानी निकालने के लिए उनके फाटक खोल दिए गए. पलक्कड़ जिला प्रशासन के अनुसार, जहां बांधों के फाटक खोले गए हैं उनमें मालमपुझा, मंगलम, सिरुवानी, मीनकारा और पोथुंडी शामिल हैं. इस बीच, सिंचाई डिजाइन एवं अनुसंधान बोर्ड (आईडीआरबी) ने पथनमथिट्टा और कासरगोड जिलों में क्रमशः मणिमाला और मोगराल नदियों के लिए 'खतरे की चेतावनी' जारी की है, क्योंकि जलस्तर में काफी वृद्धि हुई है.
उत्तर प्रदेश में मॉनसून के कहर का सबसे ज़्यादा असर देखने को मिला जहां बारिश से जुड़ी घटनाओं में 18 लोगों की जान चली गई. आईएमडी ने शनिवार को उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और केरल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया. राजस्थान के कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. वहीं अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के कुछ इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ और यातायात बाधित हुआ.उत्तर प्रदेश में, 18 जुलाई को रात 8 बजे तक 24 घंटे से ज़्यादा समय में 18 लोगों की मौत हो गई. कुल मौतों में से आठ की मौत अत्यधिक बारिश के बाद डूबने से हुई, जबकि दो की मौत सांप के काटने से हुई. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, चित्रकूट में 17 और 18 जुलाई को डूबने से दो-दो मौतें हुईं, मुरादाबाद में 17 जुलाई को तीन और गाजीपुर में 18 जुलाई को एक व्यक्ति की डूबने से मौत हुई.
दिल्ली में हुई सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के बाद AIADMK सांसद एम थंबीदुरई ने कहा, 'तमिलनाडु के मछुआरे बहुत पीड़ित हैं. श्रीलंकाई सेना कई तमिल मछुआरों को मार देती है, इसलिए इस पर ध्यान देना जरूरी है. इसी तरह श्रीलंका सरकार ने जो भी वादे किए हैं, उन्हें समय पर पूरा करना होगा. देश भर में, खासकर तमिलनाडु में, नशीली दवाओं का खतरा बहुत ज्यादा है. राज्य सरकार इस पर कोई कार्रवाई करने में विफल रही है. तमिलनाडु में हिरासत में मौतें हो रही हैं. हमने पूछा कि तमिलनाडु में खुदाई करने वाले पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट केंद्र सरकार ने जारी नहीं की है. सरकार को इसे जारी करना चाहिए. और साथ ही, खासकर महिला आरक्षण विधेयक को लागू करना होगा.'
यूपी के बांदा में हुई मूसलाधार बारिश से चारों तरफ से तबाही की खबरे सामने आ रही हैं. इसी सिलसिले में उसी क्रम में बांदा की अनाज मंडी में नालियों की सफाई न होने से जमकर पानी भरा हुआ है. आलम यह है कि मंडी में सैकड़ो किसानों का हजारों कुंतल अनाज पानी मे भीगकर सड़ गया. दुकानदारों का आरोप है कि मंडी समिति के प्रशासन 70 हजार रुपये हर महीने सफाई के नाम पर वसूलता है लेकिन सफाई के नाम कोई व्यवस्था नही है. अनाज सड़ने और बिखरा पड़ा होने से परेशान दुकानदारों और किसानों ने डीएम से शिकायत की है. इस पर डीएम जे रिभा ने मंडी समिति को जमकर फटकार लगाई है. सिटी मजिस्ट्रेट को मौके पर भेज तत्काल सफाई कराने के निर्देश दिए. मामला शहर कोतवाली क्षेत्र का है. यहां बनी मंडी में किसानों का मोटा अनाज जैसे गेंहू, चावल, चना, मसूर आदि रखा हुआ है. भीषण बारिश में मंडी प्रशासन की पोल खुल गई. दुकानदारों की मानें तो दुकान और गोदामों में एक से दो फिट पानी भर गया है. इससे रखा लाखों का अनाज भीग गया अब तो बदबू आने लगी है.
बिहार के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) कुंदन कृष्णन ने शनिवार को किसानों पर की गई अपनी एक टिप्पणी माफी मांगी. एक वीडियो मैसेज में एडीजीपी (पुलिस मुख्यालय) ने कहा कि वह 'खेती से जुड़े लोगों का बहुत सम्मान करते हैं' और उन्होंने इस विवाद के लिए अपनी टिप्पणी को 'तोड़-मरोड़कर' पेश करने को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने हाल ही में राज्य में हिंसक अपराधों में वृद्धि को फसल के मौसम से जोड़कर विवाद खड़ा कर दिया था. उन्होंने अपने दो मिनट से भी कम समय के संदेश की शुरुआत 'किसान भाइयों को नमस्कार' से की. 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी ने कहा, 'हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मेरे बयान के एक हिस्से को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया. मेरा यह कहने का कभी इरादा नहीं था कि हमारे अन्नदाता किसानों का अपराध से कोई लेना-देना है.' कृष्णन ने कहा, 'मैं किसानों का बहुत सम्मान करता हूं. मेरे सभी पूर्वज कृषि व्यवसाय से जुड़े रहे हैं. मैं अपनी जड़ों से गहरा जुड़ाव रखता हूं, जिसका एक हिस्सा किसान समुदाय भी है. फिर भी, अगर मेरे बयान से किसी की भावनाएँ आहत हुई हैं, तो मैं क्षमा चाहता हूं'
डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी ने महिंद्रा समिट एग्री साइंसेज लिमिटेड के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं. इस साझेदारी का उद्देश्य बागवानी, वानिकी और संबंधित क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान, ज्ञान के आदान-प्रदान और शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देना है.
तमिलनाडु के कोलाथुर गाँव में श्री भद्रकाली अम्मन मंदिर के कोडाई उत्सव के अवसर पर बैलगाड़ी दौड़ का आयोजन किया गया. दौड़ को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया था, छोटे बैल, बड़े बैल और पूनचिट्टू बैल. दौड़ में कुल 85 बैलगाड़ियों ने भाग लिया. विजेता बैलगाड़ी मालिकों और चालकों को पुरस्कार दिए गए.
बिहार के पटना गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर पर पहुंचा. निचले इलाकों में पानी घुसा. देखें वीडियो
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. यहां पर ड्रोन से नदी के किनारे के जलमग्न इलाकों की तस्वीरें ली गईं हैं. शनिवार सुबह 10 बजे तक दोनों नदियों का जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार कर खतरे के निशान की ओर बढ़ने लगा. शुक्रवार को जहां गंगा का जलस्तर 83 सेमी था तो शनिवार की सुबह 82.74 मीटर पर पहुंच गया. इसी तरह यमुना का जल स्तर 118 सेमी बढ़कर शनिवार सुबह 82.63 मीटर पर पहुंच गया. प्रयागराज में 83.73 मीटर पर खतरे का निशान है. इन नदियों के किनारे रहने वाले लोग अब अपना घर छोड़कर जाने लगे हैं क्योंकि उनके घरों में पानी घुस गया है. काफी संख्या में लोगों को बाढ़ राहत शिविर में प्रशासन ने पहुंचाया है.
आईएमडी ने 20 जुलाई को केरल और तटीय कर्नाटक में अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान लगाया है और दोनों राज्यों के लिए रेड अलर्ट पर जारी किया है. रेड अलर्ट का मतलब है कि अलग-अलग इलाकों में 21 सेंटीमीटर या उससे ज्यादा भारी बारिश हो सकती है. आईएमडी के अनुसार केरल में, कन्नूर और कासरगोड जिले रेड अलर्ट पर हैं, जबकि एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड और वायनाड के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. आईएमडी ने केरल और कर्नाटक के तटों पर मछुआरों के लिए चेतावनी जारी की है. इन क्षेत्रों में 40-50 किमी प्रति घंटे से लेकर 60 किमी प्रति घंटे तक की तेज़ हवाओं के साथ तेज हवाओं का अनुमान है.
दिल्ली बर्ड एटलस के पहले वर्ष में राष्ट्रीय राजधानी के आर्द्रभूमि, रिज वनों, शहरी गांवों और ऊंची बस्तियों में कुल 221 पक्षी प्रजातियां दर्ज की गईं. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, यह एक नागरिक-नेतृत्व वाली पहल है जिसमें 200 से ज्यादा स्वयंसेवकों ने एक साथ आकर 1,150 पक्षी जांच सूचियां तैयार कीं. एटलस ने इस हफ्ते लोधी रोड स्थित वर्ल्ड वाइड फंड (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम के साथ अपना पहला साल पूरा किया. बयान में कहा गया है कि इसका नेतृत्व दिल्ली बर्ड एटलस टीम ने वन विभाग और अन्य संरक्षण समूहों के सहयोग से किया. यह परियोजना पक्षियों का मानचित्रण करने के लिए एक मौसमी, ग्रिड-आधारित पद्धति का उपयोग करती है और वैश्विक ईबर्ड प्लेटफॉर्म के जरिये से डेटा साझा करती है. मुख्य वन्यजीव वार्डन श्याम सुंदर कांडपाल ने कहा, 'दिल्ली बर्ड एटलस बहुत अच्छा काम कर रहा है और इसे हमारा पूरा समर्थन प्राप्त है.' उन्होंने आगे कहा, 'यह डेटा दिल्ली के पक्षी-प्रेमी समुदाय के उत्साह का प्रमाण है और आने वाले दिनों में बहुत महत्वपूर्ण होगा.' एटलस ने अपने पहले ही वर्ष में सभी मानचित्रण ग्रिडों को कवर कर लिया है. दिल्ली के वन संरक्षक, आईएफएस, जेबेस्टिन ए. ने कहा कि इतनी कम समय में 100 प्रतिशत कवरेज हासिल करना एक सराहनीय प्रयास है. उन्होंने आगे कहा कि पक्षी समुदाय की प्रतिबद्धता परिणामों में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है.
महाराष्ट्र में पिछले दो-तीन दिनों से बारिश रुकी हुई थी लेकिन रविवार से फिर से यह सिलसिला शुरू हो सकता है. मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 20 जुलाई को राज्य में मिली-जुली बारिश देखने को मिलेगी. राज्य में कई जगहों पर मॉनसून सक्रिय रहेगा, वहीं कुछ जगहों पर बारिश में विराम लग गया है. इसी तरह, मौसम विभाग ने कोंकण और घाट में भारी बारिश की संभावना जताई है. मराठवाड़ा और विदर्भ में भी कुछ बारिश की संभावना है. इस बीच, मुंबई में सुबह से ही बादल छाए हुए हैं और पिछले दो दिनों से धूप खिली हुई है. हालांकि, मौसम विभाग के अनुसार, मुंबई और उसके उपनगरों में रात में हल्की बारिश की संभावना है.
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की आफत जारी है. राज्य में शनिवार शाम तक, राज्य में कुल 141 सड़कें बंद हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, 58 जलापूर्ति योजनाएं और 28 बिजली सप्लाई करने वाले ट्रांसफार्मर भी प्रभावित हुए हैं. आपदा प्रभावित मंडी (94 सड़कें) और कुल्लू (33 सड़कें) में सबसे ज़्यादा सड़कें बंद हुईं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 20 जून को मानसून की शुरुआत से लेकर 19 जुलाई तक, लगभग 119 लोगों की जान जा चुकी है - 70 लोग बारिश से जुड़ी घटनाओं में और 49 सड़क दुर्घटनाओं में. लगभग 225 लोग घायल हुए हैं और 34 लापता हैं. विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन में 34 बार अचानक बाढ़, 22 बार बादल फटने और 21 बार भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं, जिससे लगभग 1,234 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
हिमाचल प्रदेश में भी अगले तीन दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट है. स्थानीय मौसम विभाग ने सोमवार और मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के बारह जिलों में से चार से नौ के कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. रविवार तक कुछ जगहों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है. मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर में और मंगलवार को कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और सिरमौर में गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने का अनुमान है. पिछले 24 घंटों में मॉनसून की सक्रियता कमजोर रही है, जिसके कारण राज्य के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई है.
मौसम विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने बताया कि रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में गरज के साथ बूंदाबांदी या बारिश की संभावना है. आईएमडी के अनुसार, शनिवार को शहर का अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से 0.9 डिग्री कम है. न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 25.2 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा. शाम 5.30 बजे उमस 83 प्रतिशत दर्ज की गई. वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, शाम 6 बजे दिल्ली की वायु गुणवत्ता "संतोषजनक" श्रेणी में दर्ज की गई, जिसका वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 56 था. सीपीसीबी के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच को 'मध्यम', 201 से 300 के बीच को 'खराब', 301 से 400 के बीच को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है.