Milk Quality: दूध की क्वालिटी बनाने के लिए गाय-भैंस की देखभाल में करने होंगे ये तीन खास काम 

Milk Quality: दूध की क्वालिटी बनाने के लिए गाय-भैंस की देखभाल में करने होंगे ये तीन खास काम 

Milk Quality दूध की क्वालिटी को बनाए रखने के लिए डेयरी एक्सपर्ट खास तीन पॉइंट बताते हैं. ये तीनों ही पॉइंट पशु फार्म में गाय-भैंस के रखरखाव से जुड़े हुए हैं. तीनों ही टिप्स को अपनाने पर पशुपालक की लागत पर भी कोई असर नहीं पड़ता है. उल्टे पशुपालक अगर इन्हें अपनाते हैं तो पशुओं के बीच बीमारी फैलने की संभावनाएं भी न के बराबर रह जाएंगी. 

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नासि‍र हुसैन
  • New Delhi,
  • Dec 02, 2025,
  • Updated Dec 02, 2025, 10:22 AM IST

Milk Quality गाय-भैंस रोजाना दूध कितना दे रही हैं सिर्फ यही काफी नहीं है. अब दूध खरीदने के साथ उसकी क्वालिटी भी जांची जाती है. और क्वालिटी बनाई नहीं जाती है वो तो गाय-भैंस के दूध के साथ ही आती है. एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि दूध की क्वालिटी अच्छी हो और बाजार में दूध का सही दाम मिले इसके लिए पशुओं की देखभाल में कुछ खास बातों का ख्याल रखना चाहिए. खासतौर से देखभाल में तीन बातों को शामिल कर लिया तो पशुओं से मिलने वाले दूध की क्वालिटी में बहुत हद तक सुधार आ जाएगा. 

क्योंकि गाय-भैंस के दूध की गुणवत्ता जांचने का काम फार्म से ही शुरू हो जाता है. इतना ही नहीं फार्म में पशु का दूध दुहाने के दौरान दूध दूषि‍त तो नहीं हुआ है इसकी जांच भी डेयरी कंपनियां पशु फार्म पर ही कर रही हैं. डेयरी एक्सपर्ट की मानें तो दूध और डेयरी प्रोडक्ट की गुणवत्ता काफी हद तक इस बात पर भी निर्भर करती है कि दूध साफ-सुथरा है कि नहीं, कहीं पशु फार्म की गंदगी तो दूध में शामिल नहीं हो गई है. 

ऐसे बढ़ेगी गाय-भैंस के दूध की क्वालिटी 

एनिमल एक्सपर्ट टिप्स देते हुए बताते हैं कि अगर दूध और उससे बने प्रोडक्ट की क्वालिटी को बढ़ाने के साथ ही बरकरार रखना है तो इसके लिए साफ-सुथरे तरीके से दूध का उत्पादन करना होगा. और इसके लिए सभी तीन पॉइंट पशु फार्म में ही अपनाने होंगे. इसके लिए सबसे पहले जरूरी है कि रोजाना ही खासतौर पर गर्मियों में पशुओं को नहलाया जाए. ऐसा करने से पशु संक्रमण से दूर रहेगा. जब संक्रमण नहीं होगा तो बीमारियां नहीं होंगी और दवाईयों का खर्च बच जाएगा. 

वहीं समय-समय पर गाय-भैंस के खुर कटवाते रहें. खुर कटते रहने से भी पशु संक्रमण से बचता है. खासतौर से खुरपका बीमारी पशुओं से दूर रहती है. तीसरी सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि बाड़े में पशु जहां बैठता और खड़ा होता है वहां उसका बिस्तर साफ रहे. जैसे सर्दियों में रबर की मैट बिछाई गई है तो उसे हमेशा साफ रखें. गर्मियों में अगर कच्चे-पक्के फर्श पर पशु बैठता या खड़ा होता है तो उस जगह को भी अच्छी तरह से साफ करते रहें. गाय-भैंस की बैठने और खड़े होने वाली जगह भी अगर साफ रहती है तो तमाम तरह की बीमारियों का अटैक पशुओं पर नहीं होता है.  

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